इतिहास, तथ्य, सिनेमा और तमाचा 4 February, 201719 April, 2025 दो तरह की विचारधाराएं हमेशा से इस दुनिया का हिस्सा रही हैं। दोनों ही विचारधाराओं का विरोध करने वाले भी रहे हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह हमेशा से होता रहा …
नानी, गाँधी, चरखा और मेरी बेटी… 4 February, 20172 April, 2024 मेरी नानी चरखा कातती थीं। मेरी माँ ने मुझे और मेरे भाई को दिखाने के लिए चरखा काता। मैंने भी हाथ आजमाने की कोशिश की लेकिन उम्र में छोटा होने …
बदलने की बारी अब जनता की 20 November, 20162 April, 2024 केंद्र सरकार के एक फैसले से पूरा देश कतार में खड़े होने पर मजबूर हो गया। दो सप्ताह होने को आए लेकिन हालात सुधरने का नाम लेते नजर नहीं आ …
संजय उवाच… जो भी जैसा मैंने देखा 4 February, 201628 September, 2024 हमारे इर्द गिर्द रोज बहुत कुछ घट रहा है और इन सबका असर हमारी जिंदगी पर भी होता है। मैंने हमेशा से इन घटनाओं पर अपने विचार बेबाकी से रखने …